Sunday, September 28, 2008

______!!!यादो के झरोखे से!!!______


चँद लम्हो मैं दामन छूट जाएगा,
आज वक़्त है दो बातें कर लो हमसे,
कल क्या पता कौन आपके ज़िंदगी मैं आ जाएगा.



पास आकर सभी दूर चले जाते हैं,
हम अकेले थे अकेले ही रह जाते हैं,
दिल का दर्द किससे दिखाए,
मरहम लगाने वाला ही ज़ख़्म दे जाते हैं,


वक़्त तो हमें भुला चुका है, मुक़द्दर भी ना भुला दे,
दोस्ती दिल से हम इसीलिए नहीं करते,
क्युकी डरते हैं, कोई फिर से ना रुला दे,


ज़िंदगी में हमेशा नये लोग मिलेंगे,
कहीं जयादा तो कहीं कम मिलेंगे,
ऐतबार ज़रा सोच कर करना,
मुमकिन नही हर जगह तुम्हे हम मिलेंगे.


खुशबू की तरह तेरे पास बिखर जाएँगे,
सकून बन कर दिल मे उतर जाएँगे,
महसूस करने की कोशिश तो करना,
दूर होते हुए भी पास नज़र आएँगे